Hasan Mahmud: “ऋषभ पंत और यशस्वी जायसवाल ने नाबाद 54 रनों की साझेदारी की”
भारतीय बल्लेबाजी पर महमूद का असर: पहले टेस्ट के पहले सत्र की कहानी
चेन्नई में पहले टेस्ट के पहले दिन का खेल शुरू होते ही बांग्लादेश के गेंदबाज हसन महमूद ने भारतीय बल्लेबाजी पर जबर्दस्त दबाव डालना शुरू कर दिया। बांग्लादेश के कप्तान नाज्मुल हुसैन शांतो ने बादलों के बीच गेंदबाजी करने का फैसला किया, और महमूद ने इस मौके का भरपूर फायदा उठाया। उन्होंने अपनी शानदार गेंदबाजी के चलते पहले सत्र में ही भारत के तीन विकेट चटकाए, जिससे भारत शुरुआती संकट में फंस गया।
भारतीय ओपनर बल्लेबाजों को महमूद की गेंदबाजी से काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। महमूद ने पहले ही कुछ ओवरों में ही अपनी धारदार गेंदबाजी का प्रदर्शन किया, जिससे उन्होंने रोहित शर्मा, शुभमन गिल और अन्य बल्लेबाजों को झकझोर कर रख दिया। इसके बाद, यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत ने मिलकर नाबाद 54 रनों की साझेदारी कर भारत को इस मुश्किल स्थिति से बाहर निकालने की कोशिश की। लंच तक भारत का स्कोर 88/3 था।
पहले सत्र की शुरुआत: महमूद का जलवा
महामूद ने शुरुआत में ही भारतीय बल्लेबाजों को परेशान करना शुरू कर दिया। उन्होंने रोहित शर्मा को एक अंदर आती हुई गेंद पर पैड पर मारा, लेकिन भारतीय कप्तान ने एक रिव्यू को सफलतापूर्वक पार कर लिया। इसके बाद, महमूद ने रोहित को एक गेंद पर बाहर की ओर खींचा, जिससे वह स्लिप में कैच आउट हो गए। इसके साथ ही, भारतीय पारी पर संकट के बादल गहरा गए।
यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत ने मिलकर संकट को थोड़ी देर के लिए टाला। जायसवाल ने तास्किन अहमद की गेंदों पर कुछ आकर्षक शॉट खेले, जबकि पंत ने अपनी आक्रामकता से माहौल को हल्का किया। महमूद ने अपने पहले स्पेल में तीन विकेट लेकर भारतीय बल्लेबाजी को न केवल चुनौती दी बल्कि भारतीय प्रशंसकों के दिलों को भी धड़काया।
साझेदारी का महत्व
जायसवाल और पंत की जोड़ी ने न केवल रन बनाने का काम किया, बल्कि उन्होंने अपने बीच एक समझदारी भरी साझेदारी भी कायम की। दोनों ने मिलकर अच्छे शॉट्स खेले और अपनी कूटनीति से बांग्लादेश के गेंदबाजों को परेशान किया। जायसवाल ने तास्किन की गेंदों पर बेहतरीन कवर ड्राइव और सीधी ड्राइव खेली, जिससे उन्हें कुछ जल्दी रन मिले।
महामूद की गेंदबाजी के बावजूद, भारतीय बल्लेबाजों ने अपने धैर्य को बनाए रखा और एक ठोस साझेदारी की। पंत ने एक उत्कृष्ट कट शॉट खेला, जिससे उन्होंने बाउंड्री हासिल की। लंच के समय भारत का स्कोर 88/3 था, जिसमें जायसवाल 37 और पंत 33 रन पर नाबाद थे।
आगे की चुनौती
हालांकि, भारत ने कुछ रन बनाए, लेकिन उन्हें पहले सत्र में कई मौकों पर चुनौती का सामना करना पड़ा। शुभमन गिल, जो कि प्रारंभिक बल्लेबाजों में से एक थे, बिना खाता खोले ही महमूद की गेंद पर कैच आउट हो गए। इसके बाद, विराट कोहली ने भी शुरुआत में कुछ अच्छे शॉट खेले, लेकिन उन्होंने महमूद की एक चौड़ी गेंद पर कैच देकर अपनी पारी का अंत किया।
जायसवाल और पंत की साझेदारी ने भारतीय पारी को पुनर्जीवित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जबकि महमूद ने अपने दूसरे स्पेल में भी अच्छा प्रदर्शन जारी रखा, लेकिन दोनों युवा बल्लेबाजों ने अपनी विकेट को बचाए रखा और खेल में धीरे-धीरे आगे बढ़ते रहे।
पहले सत्र का खेल समाप्त होने के बाद, भारत ने एक चुनौतीपूर्ण स्थिति से उबरने का प्रयास किया। महमूद ने अपनी गेंदबाजी से भारत के बल्लेबाजी क्रम को झकझोर कर रखा था, लेकिन जायसवाल और पंत की नाबाद साझेदारी ने भारतीय पारी को स्थिरता प्रदान की। यह साझेदारी भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए एक सकारात्मक संकेत है, जबकि महमूद ने बांग्लादेश के लिए एक शानदार शुरुआत की है।
इस प्रकार, पहले दिन के खेल में महमूद की गेंदबाजी और जायसवाल तथा पंत की साझेदारी ने दोनों टीमों की स्थिति को उजागर किया, और दर्शकों को आगे के खेल की उत्सुकता से प्रतीक्षा करवाई। लंच तक, भारत ने 88/3 का स्कोर बनाया, जिससे आगे की पारी में उनका खेल देखने लायक होगा।