DU SOL Admission 2024: दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिले की इच्छाशक्ति रखने वाले छात्र-छात्राओं के लिए एक खुशखबरी है। दरअसल, डीयू के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग में 15 सितंबर तक ऑनलाइन आवेदन की सुविधा उपलब्ध है। इसके साथ ही, 30 सितंबर से डुअल डिग्री प्रोग्राम में भी दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
DU SOL Admission 2024: दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में स्नातक दाखिले की प्रक्रिया जारी है और अब तक दो सूची जारी हो चुकी हैं। तीसरी सूची बुधवार को प्रकाशित की जाएगी। जिन विद्यार्थियों को अब तक इन तीन सूची में जगह नहीं मिली है, उनके लिए दाखिले के अन्य विकल्पों की जानकारी प्राप्त करना महत्वपूर्ण है। इस संदर्भ में दिल्ली विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) की निदेशक प्रो. पायल मांगो से बातचीत की गई।
प्रो. पायल मांगो ने बताया कि दिल्ली विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग में 15 सितंबर तक छात्रों के लिए ऑनलाइन आवेदन की सुविधा उपलब्ध है। इसके बाद, 30 सितंबर से डुअल डिग्री कोर्सेज में दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यह पहली बार है जब यूजीसी ने दिल्ली विश्वविद्यालय में डुअल डिग्री की सुविधा प्रदान की है। प्रो. मांगो ने बताया कि एसओएल का नया स्टडी मैटेरियल भी तैयार किया जा रहा है, जिससे वर्तमान में कुछ कमी हो सकती है। हालांकि, छात्रों को इसके लिए चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि जैसे-जैसे नया स्टडी मैटेरियल तैयार होता जाएगा, वह छात्रों को उपलब्ध कराया जाएगा।
डुअल डिग्री की सुविधा के बारे में प्रो. मांगो ने कहा कि यदि किसी छात्र ने दिल्ली विश्वविद्यालय के नियमित कोर्स में दाखिला ले लिया है और वह अतिरिक्त कोर्स करना चाहता है, तो वह उस कोर्स के लिए एसओएल में दाखिला ले सकता है। उदाहरण के लिए, यदि किसी छात्र ने नियमित बीबीए कोर्स में दाखिला लिया है और वह कॉमर्स ऑनर्स में भी ग्रेजुएट होना चाहता है, तो वह एसओएल में दाखिला लेकर यह कोर्स भी कर सकता है। इसके अलावा, यदि कोई छात्र एसओएल में एक साथ दो कोर्स करना चाहता है, तो वह भी कर सकता है। डुअल डिग्री कोर्सेज की दाखिला प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी पूरी हो चुकी है और 30 सितंबर से पोर्टल पर डुअल डिग्री के लिए ऑनलाइन आवेदन की सुविधा उपलब्ध होगी।
एसओएल में फीस बढ़ोतरी के संबंध में प्रो. मांगो ने कहा कि पिछले दो वर्षों में कई प्रैक्टिकल आधारित कोर्स जोड़े गए हैं, जैसे कि कंप्यूटर साइंस, बीबीए, साइकोलॉजी ऑनर्स और बीएमएस। इन कोर्सेज के आने से प्रैक्टिकल लैब का खर्च बढ़ गया है, जिसके चलते फीस बढ़ाना आवश्यक हो गया था। कंप्यूटर साइंस के लिए पांच लैब में लाखों रुपए खर्च किए गए हैं। लैब के रखरखाव और अन्य खर्चों के लिए फीस बढ़ाना पड़ा, हालांकि सभी कोर्सेज में केवल 500 रुपए की वृद्धि की गई है। उन्होंने कहा कि स्किल कोर्सेज में छात्रों को ट्रेनिंग देकर ऐसा किया जा रहा है कि उन्हें कोर्स पूरा होते ही नौकरी मिल सके, इसलिए फीस बढ़ोतरी कोई बड़ी समस्या नहीं है।
ईडब्ल्यूएस श्रेणी के छात्रों की फीस माफ करने के संबंध में प्रो. मांगो ने बताया कि विश्वविद्यालय का ध्यान इस बात पर भी है कि कोई भी छात्र आर्थिक कारणों से शिक्षा से वंचित न रहे। इस दिशा में, कुलपति प्रोफेसर योगेश सिंह ने एसओएल में ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के छात्रों की करीब दो करोड़ रुपए की फीस माफ करने का निर्णय लिया है।
दूसरे और चौथे सेमेस्टर के रिजल्ट में देरी के बारे में प्रो. मांगो ने बताया कि दूसरे सेमेस्टर का रिजल्ट सोमवार को जारी कर दिया गया है और चौथे सेमेस्टर का रिजल्ट भी जल्द ही जारी होने की तैयारी चल रही है। एग्जामिनेशन ब्रांच के साथ लगातार संपर्क में रहकर इस पर काम किया जा रहा है। यदि किसी छात्र को रिजल्ट की देरी के कारण माइग्रेशन की समस्या आ रही है, तो वह सीधे विश्वविद्यालय को एक पत्र लिख सकते हैं और इस पत्र के आधार पर विश्वविद्यालय उनकी समस्याओं पर विचार करेगा।
अगले महीने से पूर्वी दिल्ली में एसओएल का नया कैंपस शुरू होने जा रहा है। प्रो. मांगो ने बताया कि ताहिरपुर में बन रहे इस कैंपस का सातवां फ्लोर अभी भी निर्माणाधीन रहेगा, जबकि बाकी सभी फ्लोर्स पर कक्षाएं, प्रैक्टिकल लैब और अन्य सुविधाएं शुरू हो जाएंगी। कोरोना के दौरान कैंपस के निर्माण कार्य में देरी आई थी, लेकिन अब इसे जल्दी ही छात्रों के लिए समर्पित किया जाएगा।
स्किल कोर्सेज के बारे में प्रो. मांगो ने बताया कि एसओएल द्वारा पिछले साल शुरू किए गए लगभग 22 स्किल कोर्सेज को अच्छा रिस्पांस मिला है। वर्तमान में एसी रिपेयरिंग का एक बैच समाप्त होने वाला है, और इससे पहले एक मेडिकल ट्रांसक्रिप्शन का बैच समाप्त हुआ था, जिसमें से 80 प्रतिशत छात्रों को प्लेसमेंट मिली है। इसके अलावा, ड्रोन पायलट कोर्स भी शुरू किया गया है, जिसमें रोजगार की अच्छी संभावनाएं हैं। ड्रोन पायलट कोर्स पूरा करने वाले छात्रों को यदि भविष्य में ड्रोन के क्षेत्र में व्यापार करना है, तो वे ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग और ड्रोन असेंबली का कोर्स भी कर सकते हैं, जो वर्तमान समय में बहुत मांग में है।